Aankhon ki roshni Ko kaise badhaye आंखों के रस्मी को कैसे बढ़ाए जानिए


आपका आँख आपके शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक है । आपका आँख आपका सबसे बेसिक अंग है । इसके बिना आप कोई काम नहीं कर पाओगे । पर आपमें से कुछ लोग ऐसे होंगे जिनकी आँखों की रौशनी थोड़ी सी कम हो गई । कई लोग तो चश्मा भी लग गया है । वो तो है ही पर साथ ही साथ अगर आपको चश्मा नहीं भी लगा तब भी आप ये तो चाहती होंगे कि अभी आपकी आँखों की जो शक्ति है वो बढ़ जाए । मेरे एक दोस्त की आँखे भी बचपन से बहुत कमजोर थी पर बाद में मुझे कुछ ऐसे तरीके पता चले जिन्हें मैं उसे अपनाने को कहा और अब उसकी आँखों की शक्ति पूरी तरह से बदल चुकी है और मैं चाहता हूँ कि आप अभी जो अच्छे से इस दुनिया को देखते हो उससे भी ज्यादा और साफ साफ देख पाओगे।

 यू ट्यूब में वीडियो देखते समय देखना क्वॉलिटी होती है ।144 पिक्सेल ,  360 पिक्सेल ऐसी गढ़ बिगड़ते टेनिस डीपी है जो अगर अभी आप आँखें 360 पिक्सल क्वॉलिटी से देख रही है तो अगर आपने उन चीजों को किया जो मैं कह रहा हूं तब आपकी आँखें सृष्टि से एनटीपीसी तक चली जाएंगी । दो आँखों की बराबर की रौशनी आपके एक आँख में आ जाएगी और आप इस दुनिया को और हाई डेफिनेशन में देख पाएंगे । वैसे मैं बता दूं कि तेरे डीपी और थ्री सिक्स डीपी तो मैंने बेस्ट एग्जाम्पल यानि उदाहरण के लिए कहा । असल में तो आपका आँख 576 मेगापिक्सल्स का होता है । मतलब एक नॉर्मल आँख से आप जो इस दुनिया को देखते हों उतना के लिए उतना साफ़ कोई कैमरा नहीं दिखा सकता आपको आपकी आँखों का सबसे अच्छा दोस्त ने एक मोमबत्ती क्यूंकि एक मोमबत्ती आपकी आँखों की रौशनी को पूरी तरह से बढ़ा सकती है मट्टी की जो लाईट होती है जो प्रकाश होती है असल काम वो करता है आँखों की रौशनी को वापस लाने के लिए या फिर आपकी आँखों की रौशनी अभी जितनी है उसे दुगुना करने के लिए यही एकमात्र तरीका है जो आपके लिए सबसे बेस्ट काम करता है । इसके बारे में आपने शायद कभी सुना होगा या देखा होगा ।


इस तरीके में आपको एक कैंडल यानि एक मोमबत्ती को अपने आँखों से डेढ़ से दो फीट दूर रखना है । फिर एक जगह पर बैठ के उस मोमबत्ती को आपको देखना है उसे देखते रहना और देखते रहना तब तक जब तक आपकी आँखों में आँसू न आ जाये । इस तरीके से आप अपनी आँखों की रौशनी बहुत कम समय में बढ़ा सकते हैं । आप डेली दो तीन बार करोगे और कुछ हफ्ते बाद ही आप नोटिस करोगे कि आपको बहुत साफ दिख रहा है और एक बात ये तरीका आपको बोनस भी देती है । मतलब इससे आपकी आँखे टू तेज होती है पर साथ ही साथ आपकी कंसंट्रेशन पावर यानि एकाग्रता शक्ति भी बढ़ती है । उस मोमबत्ती को देखते समय आपका दिमाग और आँख दोनों की शक्ति एक साथ बढ़ती है । इसमें सबसे मेन बात ये है कि जब आप उस मोमबत्ती को देख रहे होगे उस समय आप अपना पलक मत झपकाने पर तब तक देखते रहना । जब तक आपका आँख देख सके और लास्ट में आपकी आँखों से पानी आने लगेगा पानी आने लगे तब समझ जाना कि ये तरीका काम करना शुरू कर दिया । आपको पता भी नहीं कि आपका जो पेन्सिल है ये आपकी आँखों को हेल्दी रखने में काम आ सकता है । आपको अपने पेंसिल को अपने हाथों से पकड़ कर उसे थोड़ी दूरी पे रखना और अपने आँखों से उसे देखते हुए उसपे अपना फोकस रखे हुए ही अपनी तरफ धीरे धीरे ले आना सामने लाना ले जाना और ले आना तब तक जब तक वो आपके फोकस से बाहर ना हो जाये । मतलब जब तक वो इतना सामने ना आ जाए कि आपको वो साफ साफ दिखेगी । और फिर जब न दिखे तब उसे दूर कर दो ऐसे पांच दस बार करो । इस एक्सरसाइज से आपकी आई साइट बहुत स्ट्रॉन्ग बनती है । मतलब आपका आँख सामने की चीजों को अभी जितना साफ साफ देख पा रहा है ये एक्सरसाइज़ उस दृष्टि को दुगुना कर देंगी । ये एक्सरसाइज़ आपके सामने देखने वाली शक्ति को और बढ़ाता है और अगर इसे डेली दो बार भी करोगे न तो आपकी सामने देखने वाली शक्ति हमेशा बनी रहेगी ।

इस प्यारे तरीके से आपके सामने देखने वाली शक्ति तो बहुत तेज हो जाएगी पर दूर दिखने वाली शक्ति को भी बढ़ाना है आप अपनी एक उंगली को बाहर निकालो और उसे देखो और फिर एकदम से किसी दूसरी चीज को देखो जो बहुत दूर और फिर अचानक से अपनी फोकस वापस ऊँगली पकड़ लो और फिर वापस दूर कर दो । ऐसे कम से कम एक मिनट तक डेली सुबह करना ही आपकी फिक्सिंग पावर को इसकी मिलावट करता है । इससे आपकी दूर देखने की पावर और सामने देखने की पावर दोनों बढ़ती सिम्पल सी बात इस एक्ससाइज में आपके सामने और दूर बार बार देखते हैं और इसी के चलते आपकी आँखों की सामने देखने की शक्ति और दूर देखने की शक्ति दोनों इस्तेमाल होती है और इसी । सामने के साथ साथ दूर वाली शक्ति दोनों बढ़ती है । जब भी आप का खुला होता है तब वो काम कर रहा होता है । मतलब मुंह देखना होता है और तब फूल नाइट को देखता है तो अगर आपको अपने आगू को नरेश करना है मतलब उसे रिलैक्स रखना । एकदम हेल्दी रखना है तो आपको ऐसी चीज को देखना होगा जो लाइट यानि प्रकाश के अपोजिट यानि विपरीत और वो है डार्कनेस यानी अंधेरा अंधेरे में आपका आँख किसी चीज को नहीं देखता इसलिए वो एक जादुई स्ट्रीट में होता है जैसे आप तो जानते ही होंगे कि दिमाग में जो थॉट्स चलती रहती है और जब हम अपने थॉट्स यानी विचारों को सांझा करते हैं तब दिमाग की शक्ति बढ़ती है । बिल्कुल उसी तरह आपका आँख हमेशा किसी न किसी चीज को देखता रहता है और जब आप उसे साइन करते हो मतलब जब आप डार्कनेस यानी अंधेरे को देखते हुए दवाब की रौशनी बढ़ती अंधेरे को देखना बिलकुल सिम्पल । आप अपनी आखों को अपने हाथों से ढक दो ड्रग देने के बाद अंधेरा दिखता है पर असल में उस अंधेरे को आपने कभी ध्यान से नहीं देखा । उस अंधेरे को ध्यान से देखना आपकी आँखों में पूंडरी से फिर सेल्स होता है और यही आपको चीजों को देखने में मदद करता है तो हाथ से अपने आँखों को ढूंढने के बाद आप जो ये अंधेरा देखते हो या कि पूंडरी से फिर सेल्स की शक्ति बढ़ाती है और ये बात विज्ञान साबित कर चुकी है और जब पूंडरी से फिर सेल्स मज़बूत होती है तब आप और साफ साफ देख पाते हैं ।

 आप ये भी कह सकते हैं कि इस अंधेरे को तो हम लोग सब देखते हैं । जब हम सोने जाते हैं पर असल में हम उस अंधेरे को ध्यान से कौनसी असली नहीं देखते इसलिए आपको उसका फायदा नहीं मिलता । आप उसे जानबूझकर ध्यान से देखो तब आपको उसका फायदा मिलेगा । इन टेक्नीक्स के साथ साथ आप फिट लिंकिंग एक्ससाइज भी ट्राई कर सकते हैं । वीक लिंकिंग में आप जल्दी जल्दी ब्लिंक करते हैं मतलब अपनी पलक झपकाते मतलब जैसे आप नॉर्मली करते हो वैसे नहीं पर जल्दी जल्दी जल्दी जल्दी झपकाना । इससे आपकी आंखों की बहुत सारी मसल एस्टिमेट होती हैं यानि उसमें गतिविधि होती है जिसके चलते आपकी आँखों की अंदर की ब्लड सर्क्युलेशन यानी रक्त पर संचार अच्छी होती है । जब भी आप बहुत देर तक सामने देखते तो जैसे पढ़ते समय दबाव बहुत कम बिलिंग करते हो यानी आप सामान्य मात्रा के मुताबिक बहुत कम बार पलक झपकाते हैं इसलिए पढ़ने के बीच में बस एक मिनट के लिए टाइम निकाल के जल्दी जल्दी पलक जरूर झपकाने ताकि आपका हंड्रेड परसेंट सेफ रहें और कभी खराबी ना हो । अब आप ये सोच रहे होंगे कि भाई ये धमनियों में तुमने क्या लगाया ये डबल भी दिल वाला तो भाई ये असल में एक बीमारी है । लोग ऐसे आँखों के साथ पैदा होते हैं । इस बीमारी को क्यूपिड या डुप्लेक्स कहते हैं । इस बीमारी में जन्म से ही उन लोगों की आंखों के अंदर दो पिंपल होते । पर अगर आप चाहते हो कि आपका आँख भी ऐसा दिखे तब आप कॉन्टैक्ट लेंस मंगवा सकते हैं । ऐसे कई कॉन्टैक्ट लेंस मिलते हैं जिसमें ये फिट रहता है । कॉन्टेक्ट लेंस को पहन के आप अपने दोस्तों को चौंका सकते हैं ।


 कई लोग ये पूछते हैं कि क्या हम अपनी आखों की कलर चेंज कर सकते हैं यानि रंग को चेंज कर सकते हैं । क्या कोई ऐसा तरीका है इसका अनुसरण नहीं । और हां दोनों क्युकी आप अपनी आखों की कलर चेंज नहीं कर सकते । पर तब भी आप कर सकते हो । मैं आपको कन्फ्यूज नहीं कर रहा । असल में इसका एक ही तरीका है और वो है वही जो मैंने आपको पहले बताया । कॉन्टैक्ट लेंस आप अलग कलर का मजा ले सकते हैं । वैसे कलर बदलना न बदलना वो तो आपकी मर्जी पर नीचे कमेंट बॉक्‍स में ये लिखो कि आपका आँख किस कलर का है।

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