क्या आप सक्सेसफुल बनना चाहते हो तो यह बात जानलो । Habit of unsuccessful people

सक्सेस का सबसे बड़ा सीक्रेट । आपको क्या लगता है कि क्या है और ये सीक्रेट । हम सब को हर हालत में पता होना जो वो सीक्रेट है कि कोई सीक्रेट नहीं । बस कुछ प्रिंसिपल्स हैं जो हमेशा से चले आएं चाहे फिर कोई भी सेंचुरी क्यों न हो । जिन लोगों ने ये प्रिंसिपल्स फॉलो किए हैं वो सक्सेसफुल हुए और जिन्होंने ये नहीं फॉलो किया वो बस पैदा हुए और अकेले काम किया और मर गए । एक क्वॉलिटी जो आज हम डिस्कस करेंगे जो सबसे ज्यादा इम्पॉर्टेंट है जिसे अगर हम फॉलो नहीं कर पाते तो फेलियर हमेशा गिरती है । यही एक ऐसी क्वॉलिटी है जिसे हम वो अचीव कर सकते हैं । जिस चीज की हम खुली कैपेबल हैं और वो एक सिंगल क्वालिटी है आज हो हम समय की गेस किया होगा वो है सेल्फ डिसिप्लिन । ये शायद किसी को कोई बड़ी चीज न लगे क्योंकि हमने बचपन से सुना है लेकिन ये हर सक्सेसफुल लोगों में होती है ये उनका जीने का तरीका है । आप अपने आसपास किसी भी सक्सेसफुल आदमी को देख लो चाहे वो कोई डॉक्टर हो स्टूडेंट हो आर्मी ऑफिसर हों बिजनेसमैन हो पॉलिटिशन हो एक्टर हो या फिर कोई बॉडी बिल्डर हो कोई भी इंसान जो सक्सेसफुल हुआ है उसमें ये क्वॉलिटी थी ही थी और जो भी हमारे आसपास एक मीडिया कराया । इसलिए लोग उनमें सेल्फ डिपेंड नहीं था । ये लोग अपने बिहेवियर को अपनी मोशन को कंट्रोल नहीं कर सकते । अगर कोई बोलेगा या उसे पिक्चर देखने चलते हैं तो बेशक ये फ्री ना भी हो । ये पिक्चर देखने चले जाएं इम्पॉर्टेंट और अन्य इंपॉर्टेंट चीजों में इन्हें नहीं पता क्योंकि अल्फाज नकली इनमें ये मूविंग वोटिंग क्वॉलिटी नहीं तो इससे पहले कि हम सेल्फ डिसिप्लिन इंसान की पर्सनैलिटी प्रिंट्स के बारे में देखें । पहले हम ये देख लेते हैं कि सेल्फ डिसिप्लिन बोला किसे जाता है ।


 एलबर्ट हज़्बंड ने एक बहुत ही अच्छी डेफिनेशन दी है । सेल्फ डिसिप्लिन की । वो कहते हैं कि सेल्फ डिसिप्लिन एक इनसान की वो एबिलिटी है जिसे वो मुश्किल पॉटर चीज को आश्वस्त कर सकता है । जिस वक्त उसकी जरूरत चाहे फिर उसका मन हो या ना हो । तो आइए देखते हैं सेल्फ डिसिप्लिन इंसान की सबसे मॉडर्न पर्सनैलिटी ट्वीट । जिसमें सबसे पहले आता है मैनेजिंग और टेक मोस्ट कॉटन थिंग मुक्तिबोध म्यूजियम पाटन में ऐसे म्यूजियम है यानी अपने गोल को पाने के लिए सबसे इम्पॉर्टेंट चीज ये है कि हम सबसे इम्पॉर्टेंट चीज को सबसे इम्पॉर्टेंट ही रखें । इन चीजों को प्रॉपर सीक्वेंस में करें । देखिए बचपन से हमने जो अपने पेरेंट्स और फैमिली मेंबर को कहते हुए सुना कि सारी चीजें इम्पॉर्टेंट है । ये सबसे यूजलेस आइडिया और ये मैं पर्सनली मानता हूं कि जो भी इस आइडिया में बिलीव करेगा वो ज्यादा कुछ अचीव नहीं कर सकता । हम डिफरेंटली कुछ भी कर सकते हैं कुछ भी बन सकते हैं लेकिन हम सब कुछ नहीं बन सकते और इसी कोर्ट प्रिंसिपल से एक सेल्फ डिसिप्लिन लोग अपना टाइम मैनेज करते हैं । अब हममें से कई लोग बोलेंगे कि प्रिंसिपल तो सुनने में बहुत इंटरेस्टिंग है लेकिन इसे प्रैक्टिकली कैसे करें । तो इसके लिए ब्रायन ट्रेसी अपनी बुक में बोलते हैं कि एक सेल्फ डिसिप्लिन इंसान सिर्फ मोस्ट इम्पॉर्टेंट चीजों में फोकस करता है और वो एबीसीडी मेथड को यूज करता है । आइये इसे ठीक से समझ लेते हैं । 


 सुबह सबसे पहले उठ के एक सेल्फ डिसिप्लिन इंसान टू डू लिस्ट बनाता है । जो भी उनके दिमाग में है उसे पेपर पर उतार देता है ताकि उसका ब्रेन अनिष्ट कामों के लिए उसे डिस्टर्ब न करे उसके बाद वो हर काम के आगे एबीसीडी या में से एक शब्द लिखे थे । यह उन कामों के आगे लिखा जाता है जो चीज उसे उसके गोल से पहुंचाएंगी । बीयू उन कामों के आगे लिखा जाता है जिसे अगर ना भी किया जाए तो बहुत ही मालकिन सीक्वेंस सीजन का मुख्या गीत लिखा जाता है कि अगर हम उसे ना भी करें तो कोई फर्क नहीं पड़ता । डीयू का कामों आगे लिखा जाता है जिसे हम डेलीगेट करना चाहते हैं । यानी दूसरों की मदद से कंपीट किया जा सकता है और फाइनली इसका मतलब है एलीमेंट । ये उन कामों के आगे लिखा जाता है जो इस वक्त हमारे लिए बिल्कुल इम्पॉर्टेंट नहीं । इसका एक एग्जाम्पल ले लेते हैं । मान लीजिए आप एक बिजनसमैन हैं और क्योंकि आप एक सेल्फ डिसिप्लिन है इसलिए सुबह उठते ही आप एक लिस्ट बनाते हैं जो उस दिन आपने कंप्लीट कर ली जिसमें आपकी पांचवी लिखते हैं वन । अपने बिजनेस प्लान को एक एक्सपीरियंस्ड बिजनेसमैन को दिखाना । टू खाना बनाना फ्री मार्केट से स्टेशनरी खरीद दिलाना । फोर वेबसाइट का डोमेन नेम खरीदना और फाइव फ्रेंड के साथ घूमने जाना ।

 अगर हम अपनी टॉप प्रायोरिटी को समझते हैं तो हम इस एबीसीडी रूल को यूज करेंगे । एजेंट गोल ओरिएंटेड पर्सन इन पांच कामों में से हमारे लिए सबसे इम्पॉर्टेंट होगा कि हम अपने बिजनेस प्लान को किसी एक्सपीरियंस्ड पर्सन को दिखाएं । क्योंकि अगर हमारा बिजनेस प्लान चल पड़ता है तो हम अपने बड़े गोल को अचीव कर सकते हैं और लाइफ की मैक्सिमम चीजें आउटसोर्स कर सकते हैं । इसलिए इसके आगे हम यह लिखेंगे क्योंकि ये हमारी टॉप प्रायॉरिटी मार्केट से स्टेशनरी लाना हमारे लिए इम्पॉर्टेंट हो सकता है क्योंकि इसके बिना काम नहीं होगा । इसलिए इसके आगे हम या तो बी लिखेंगे यानि इंपॉर्टेंट या फिर डील लिखें । यानी डेलिगेट करें क्योंकि हम किसी और को भी बोल सकते हैं कि वो मार्केट से स्टेशनरी लें । नेक्स्ट अगर हमारे पास थोड़े भी रिसोर्सेज हैं पैसे हैं तो खाना बनाना टेक्निकली आउटसोर्स होना चाहिए । इसलिए इसके आगे डी लिखा जाएगा । अगर रिसोर्सेस नहीं हैं तो ये ए या बी कैटिगिरी में आएगा और फाइनली फ्रेंड्स के साथ घूमना कैटगिरी में ही आएगा । चूंकि ये हमारा और हमारे फ्रेंड का टाइम वेस्ट करना अगर हम हफ्तों से काम करें और बिल्कुल सैचुरेटेड हो चुके हैं थक चुके हैं या फिर एक ओल्ड एज अचीव कर चुके हैं तो फ्रेंड्स के साथ घूमना । हमारी टॉप प्रायोरिटी भी बन सकता है क्योंकि अब फिसली सोशल होना हमारी टेंशन को रिलीज करता है । वहीं पर एक नॉन डिसिप्लिन इन्सान ऐसी कोई लिस्ट बनाता ही नहीं वो बोलता में हर चीज अपने ब्रेन में ही रहूंगा । वो पहले सोचता कि खान मार्केट से स्टेशनरी लाता हूं और अगर बीच में कोई फ्रेंड कॉल कर देता तो उसी के साथ वो मार्किट चला जाता और शायद पूरा दिन ही वेस्ट कर दे । इसलिए काम को सीक्वेंस करना और उसी सुकून से काम को एक्सक्यूज करना एक सेल्फ डिसिप्लिन इंसान की निशानी ब्रैंड देसी बोलते हैं कि उनके मेंटर कॉप कॉप मेन्यू ने बताया था कि हमें एक्सपर्ट से सीखना चाहिए । चूंकि हम कभी भी इतनी लंबी लाइन नहीं जी सकते कि हम हर चीज सिर्फ खुद के पीएनसी से सीखें । किसी भी सेल्फ डिसिप्लिन को पता है कि उसका टाइम बहुत पेशेंस हैं और इसीलिए वो अपनी स्किल्स में बहुत कम टाइम में बेस्ट होना चाहता है और कम टाइम में अपनी स्किल्स को इंप्रूव करने का सिर्फ एक  ही तरीका है कि हम एक्सपोज से सीखें जो उस बात पर एलईडी चल चुके हैं और ये हो सकता है उनकी बुक्स पढ़कर उनके ओडियो प्रोग्राम सुनकर उनके इवेंट सेकेंड करके ब्रायन ट्रेसी अपने एक फ्रेंड का एग्जाम्पल देते हैं जो अपनी फील्ड में बेस्ट था । उसे लोग डेंटिस्ट का डेंटिस्ट कहते थे यानी डेंटिस्ट को अगर अपने दांत ठीक करवाने होते थे तो वह उसके पास आते और वो अपनी फील्ड में इसलिए एक्सपर्ट था क्यूंकि वो खुद में इनवेस्ट करता । वो डेंटिस्ट्री में जो भी लेटेस्ट लेक्चर होते थे उनकी फील्ड में जो भी बेस्ट बुक्स लिखी जाती थी वो ने स्टडी करता था और प्रैक्टिस करता था । एक बार जो पैन में उन्होंने मोती महंगाई मेनटेन किया जहां पर जैपनीज लोगों ने अपनी नई टेक्नोलॉजी रिवील की थी जिसे दांतों को पहले के कंपैरिजन में बहुत ज्यादा सुंदर बहुत देर तक खूबसूरत रखा जा सकता था । उस डेंटिस्ट ने इसे अपनी डेली प्रैक्टिस में इंक्लूड किया जिसकी वजह से वो अमेरिका में टॉप डेंटिस्ट में आ गया जिसे वो टेक्नीक आती । इस टेकनीक की वजह से उसने बहुत पैसे और रेपुटेशन बन गई । नेक्स्ट प्रिंसिपल के तहत बिक्रम ओह यू कैन बी इमेजिन की जी की आपको केमिस्ट्री लैब में आप काफी सारे कैमिकल को पीटीई डिश में मिक्स करते हैं और बहाने से उसे हीट करते हैं हीट की वजह से वो केमिकल्स हार्ड हो जाता और क्रिस्टल बन जाता और एक बार शुगर क्रिस्टल बन गई तो दुबारा से वो लिक्विड नहीं बनाता । इसी तरीके से हम सबकी पर्सनैलिटी एक लिक्विड की तलाश शुरू होती है । सॉफ्ट और बिना किसी फोन की । लेकिन जब हम इसमें सेल्फ डिसिप्लिन अप्लाई करते हैं तो ये भी क्रिस्टल की तरह हार्ड हो जाती है । लेकिन जो लोग डिस्प्ले
नहीं होते वो ऐसे काम करना चाहते हैं जो आसान है जिसमें इंस्टेंट खुशी मिलती है और इसीलिए उनके सपने कभी क्रिस्टल आइज़ नहीं होते । कभी रियल नहीं होते । ब्रायन ट्रेसी बोलते हैं कि अगर हमें वो बनना है जो अभी तक हम नहीं बने तो हमें वो चीज करनी पड़ेगी जो हमने अभी तक नहीं की है । हमें सेल्फ डिसिप्लिन में अच्छा होना पड़ेगा और सक्सेसफुल बनने के लिए वो चीजें करनी पड़ेगी जिसे एवरेज आदमी टाल देता है । नेक्स्ट पॉइंट आता है ऐक्शन और फिर बोलते हैं कि हमारी एबिलिटी कि हम किसी गोल को सेट कर सकें और स्कूल की तरफ हाई इंटेंसिटी के साथ एक्शन लें । ये एक सिंगल फैक्टर है जो गरीबी रह सकता है कि हम सक्सेसफुल होंगे । कई लोगों को एनालिसिस पैरालिसिस की बीमारी होती । वो बोलते हैं यार हम एनालाइज करें पैलेस चीज को अच्छी तरह समझ लें फिर एक्शन लेंगे जल्दी क्या है । लेकिन ऑथर बोलते हैं कि सोचना अच्छी बात है लेकिन बहुत ज्यादा सोचना भी हमें एक पैरालाइज्ड पेशंट कितना बना देता है । जो कभी ऐक्शन नहीं लेता अपने गोल की तरफ कोई भी ऐक्शन नाम लेने से अच्छा है कि हम खराब ऐक्शन ले लें । हर वो रेस जिसमें हम पार्टिसिपेट नहीं करें हम हार ही रहे हैं । इसीलिए सेल्फ डिसिप्लिन ऑफ ऐक्शन कैन कंप्लीट नीचे जानें नेक्स्ट रूल आता है द थ्री पोर्शन फैक्ट ये कौन कहता है कि दुनिया में सिर्फ तीन परसेंट लोग जो अपने गोल और प्लान को लिखते हैं और यही थ्री परसेंट बाकी नाइटी सेवेन परसेंट लोगों से ज्यादा आन करते हैं । अब सवाल आता है कि ऐसा क्यों है यह इसलिए है क्योंकि जब हमारे पास एक क्लियर रिटन गोल है और उसे पाने के लिए एक प्लैन तो हर

रोज हम कॉन्शस भी उन कामों को ज्यादा करें जो हमें हमारे गूगल पहुंचेंगे और हम एक फोकस्ड स्ट्रेट लाइन में चलें जबकि वो लोग जो अपने कोच नहीं लिखते उन्हें कभी अपनी प्रायोरिटी समझ नहीं है और पूरी लाइफ वो रैप रेस में ही लगे रहे । टू लेन सिक्स में यूएसए टुडे ने एक स्टडी पब्लिश की थी जिसमें काफी सारे लोगों को ट्रैक किया गया था जिन्होंने न्यू एज ने सुनिश्चित इन लोगों को रिसर्चर्स ने दो कैटेगरी में पहली कैटेगरी में वो लोग थे जिन्होंने न्यूज रेजोल्यूशन लिया था लेकिन उन्हें पेपर में भी बाबा लिखने थे । दूसरी कैटेगरी में वो लोग थे जिन्होंने न्यू रेस तो ली लेकिन उसे पेपर में नहीं लिया । 12 महीने के बाद रिसर्चर्स उन सब लोगों को दुबारा मिले और जो इस साल उससे सब चौंक गए । वो लोग जिन्होंने न्यू हुए रेगुलेशंस लिए थे लेकिन उसे पेपर में नहीं लिखा । उनमें से सिर्फ चार परसेंट लूंगी । न्यू ईयर एजुकेशन को कंप्लीट कर हैं जबकि जिन लोगों ने न्यू रेजॉलूशन लिया और साथ में बार बार उसे पेपर पर लिखा उसमें से फोर्टी फोर पर्सन लोगों ने अपना न्यू ईयर रेजोल्यूशन कंप्लीट किया जिसका मतलब है कि अगर हम अपने गूंज को बार बार लिखते हैं तो इलेवन हंड्रेड परसेंट ज्यादा चांसेस कि हम अपने कोच को कंप्लीट कर पाएं तो दोस्तो इस विडियो में हमने एक सेल्फ डिसिप्लिन इंसान के पांच पर्सनैलिटी पीटते । जिसमें सबसे पहला पॉइंट हमने देखा था । नानजिंग । ये बॉन्ड कहता है कि एक सेल्फ डिसिप्लिन आदमी अपना टाइम बहुत ही केयरफुल स्पेंड करता है । टॉप मोस्ट प्रायोरिटी टास्क को टॉप मोस्ट ही रखता है । फिर चाहे कुछ भी हो जाए । जिसमें हमने एबीसीडी रूल के बारे में भी सीखा । नेक्स्ट पॉइंट के तहत लोन

फॉरेक्स एक्सपोज ये बॉन्ड कहता है कि एक डिसिप्लिन इंसान अपने टाइम को बचाने के लिए बेस्ट लोगों से सीखता है । उनकी बुक्स पढ़ता है उनकी कोशिश करता है ऑडियो प्रोग्राम सुनता है । अगर आप भी बेस्ट लोगों की बुक समरी सुनना चाहते हैं तो आप गूगल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं जहां पर आप हिंदी में फ्री में बुक समरी सुन सकते हैं और अगर आप बहुत इंटेंसिव लर्नर हैं तो प्रीमियम मेंबरशिप भी ले सकते हैं जहां पर आप ज्यादा समरी सुन सकते हैं । अगर आप पैसा पे इंट्रेस्टेड हैं तो उसका लिंग में डिस्क्रिप्शन में दे दूं । नेक्स्ट पॉइंट में हमने देखा था कि बिक्रम आलू कैन बी यानी अगर हमें वो बनना है जो हम अबतक नहीं बने तो हमें वो करना पड़ेगा जो हमने आज तक नहीं किया । हमें सेल्फ डिसिप्लिन में अच्छा होना पड़ेगा और सक्सेसफुल बनने के लिए वो चीजें करनी पड़ेगी जो एक एवरेज इंसान टाल देता है क्योंकि ये मुश्किल नेशन में हमने देखा था कि बैड एक्शन पैटर्न न्यू एक्शन इसलिए आइडिया के साथ एग्जिक्यूशन भी बहुत इम्पॉर्टेंट नेक्स्ट टूल हमें दिखाता थ्री परसेंट फैक्टर जो कहता है कि रियली रिटर्न गोज की कंप्लीट होने की पॉसिबिलिटी सादा है । आजकल के टू अनवांटेड गुड्स यानि वो गोल जो सिर्फ हमारे दिमाग में दूसरों आय होगी विडियो आपको अच्छी लगी होगी । अगर आप ऐसी न्यूजपेपर्स वीडियोस मिस नहीं करना चाहते हैं तो भी चैनल सब्सक्राइब कर सकते हैं । आप कमेंट करके हमें ये भी बता सकते हैं कि आप नेक्स्ट विडियो किस टॉपिक पंचायती जयहिन्द ।

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